EPF Interest Rate Hike: मौजूदा समय में देश में करोड़ों लोग प्राइवेट सेक्टर में जॉब करते है और उनकी सैलरी से हर महीने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees Provident Fund Organization) में योगदान होता है। मौजूदा समय में जो ब्याज दर सभी कर्मचारियों को दी जा रही थी उसमे अब सरकार की तरफ से बढ़ौतरी कर दी गई है और इस बढ़ौतरी के बाद में अब सभी कर्मचारियों को उनके जमा पैसा पर काफी तगड़ा ब्याज मिलने वाला है।

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की तरफ से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को शेयर करके ये जानकारी दी है की भारत सरकार के वित् मंत्रालय की तरफ से ब्याज दरों माँ बढ़ौतरी को मंजूरी दे दी गई है। इसका मतलब साफ है की अब सभी कर्मचारियों को बढ़ी हुई ब्याज दरों के साथ में उनका पैसा मिलने वाला है। चलिए जानते है की मौजूदा समय में क्या ब्याज दर मिल रही थी और अब बढ़ौतरी होने के बाद में आपको कितनी ब्याज दर का लाभ कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees Provident Fund Organization) की तरफ से दिया जाने वाला है।

EPF में ब्याज दर – पहले और अब

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की तरफ से सभी कर्मचारियों के वेतन से होने वाले योगदान पर 8.15 फीसदी की दर से ब्याज दरों का लाभ दिया जा रहा था जो की साल 2022 – 23 के लिए लागु था लेकिन इस साल के फरवरी महीने में EPFO की तरफ से इसमें बढ़ौतरी को लेकर वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अधिसूचना जारी की गई थी। उसके बाद में भारत सरकार के वित्त मंत्रालय की तरफ से उसको मजूरी मिलनी बाकि थी। लेकिन अब वित्त मंत्रालय की तरफ से भी मंजूरी दे दी गई है।

देश के करोड़ों कर्मचारियों को ब्याज दर में बढ़ौतरी होने के बाद में अब वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 8.25 फीसदी ब्याज दर दी जाएगी। आपको बता दें की सभी कर्मचारियों को साल की शुरुआत से एरियर का पूरा पैसा भी सरकार की तरफ से दिया जायेगा। ब्याज दर में बढ़ौतरी के बाद में अब सभी कर्मचारियों को काफी अधिक लाभ भी मिलने वाला है और इसके साथ में मौजूदा समय में देश में जितनी भी लघु स्कीम चलाई जा रही है उन सब से अधिक ब्याज दर EPFO की तरफ से कर्मचारियों को दिया जाने लगा है।

20 करोड़ कर्मचारियों को होगा लाभ

मौजूदा समय में EPFO में लगभग 20 करोड़ कर करीब कर्मचारियों के खाते खुले हुये है और उनमे हर महीने वेतन से 12 फीसदी का योगदान हो रहा है। इसके अलावा नियोक्ता के द्वारा भी इतने ही पैसे कर्मचरियों के EPF Account में जमा किये जाते है। इन सभी 20 करोड़ कर्मचारियों को अब सरकार के इस फैसले के बाद में काफी अधिक लाभ मिलने वाला है।

2021-22 में 8.1 प्रतिशत ब्याज मिल रहा था

EPFO की तरफ से वित्त वर्ष 2021-22 में ब्याज दरों में कटौती कर दी गई थी और वो कटौती पिछले 40 साल में सबसे कम ब्याज दर पर पहुँच गई थी। आपको बता दें की वित्त वर्ष 2021-22 में कर्मचारियों को EPFO की तरफ से 8.1 फीसदी ब्याज दर का लाभ दिया जा रहा था। इसके बाद में सरकार की तरफ से इसमें बढ़ौतरी कर दी गई थी और वित्त वर्ष 2022-23 में इसको बढाकर 8.15 कर दिया गया था।

इससे पहले ब्याज दर काफी अधिक दी जा रही थी। बीते एक दशक पहले की अगर बात करें तो वित्त वर्ष 2014-15 में सभी कर्मचारियों को EPFO की तरफ से 8.75 फीसदी की ब्याज दर दी जा रही थी। इसके साथ ही वित्त वर्ष 2018-19 की अगर बात करें तो ये ब्याज दर सभी कर्मचारियों को 8.65 फीसदी की दर से दी जा रही थी।

हर साल EPFO करता है ब्याज दरों में संसोधन

देश के निजी क्षेत्र में कार्य कर रहे देश के करोड़ों लोगों का हर महीने जो EPF में योगदान होता है उस पर मिलने वाले ब्याज दर में सरकार की तरफ से हर साल संसोधन किया जाता है और फिर तय की गई नई ब्याज दरों के साथ में कर्मचारियों को लाभ दिया जाता है। EPFO में कर्मचारियों को कितना ब्याज मिलेगा इसका अंतिम निर्णय भारत सरकार के वित्त मंत्रालय की तरफ से लिया जाता है। सभी कर्मचारियों के EPF खाते में ब्याज दर 31 मार्च को क्रेडिट कर दी जाती है।

मेरा नाम विनोद है और मुझे बिज़नेस तथा योजनाओं पर लिखना काफी पसंद है। मैं इस क्षेत्र...

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