SIP यानि की सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में निवेश करके आप आसानी के साथ में काफी मोटा पैसा कमाई कर सकते है। SIP में निवेश करना हमेशा ही जोखिम भरा काम होता है लेकिन ये भी सच है की जहां पर अधिक रिस्क होता है वहीं पर पैसा भी अधिक मिलता है। इसलिए अगर आप आने वाले समय में मोटा पैसा कमाई करना चाहते है तो आपको SIP में निवेश करना चाहिए।
SIP में कैसे निवेश करते हैं?
SIP (Systematic Investment Plan) एक ऐसी निवेश की प्रर्किया है जिसमें आप छोटे-छोटे अमाउंट को नियमित अंतराल पर म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं। इसमें सबसे पहले आपको अपना लक्ष्य तय करना होता है। साथ में आपको निवेश का उद्देश्य जैसे रिटायरमेंट, बच्चों की पढ़ाई, घर खरीदना और अवधि तय करनी होती है। अवधी में आप लॉन्ग-टर्म और शॉर्ट-टर्म के हिसाब से फंड का चयन करें।
केवाईसी (KYC) प्रक्रिया पूरी करें जो की इसमें बहुत ही जरुरी होती है। निवेश शुरू करने के लिए आपका केवाईसी पूरा होना जरूरी है। इसके लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड और एड्रेस प्रूफ की जरूरत होगी। KYC प्रक्रिया को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (म्यूचुअल फंड वेबसाइट्स या ऐप) पर भी पूरा कर सकते हैं।
लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप, या हाइब्रिड फंड्स जैसे विकल्पों में से अपने जोखिम लेने की क्षमता और लक्ष्य के अनुसार चुनें। फंड के पिछले प्रदर्शन और रेटिंग पर भी ध्यान दें। आप SIP में ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन दोनों ही तरीके से निवेश कर सकते है। आप किसी भी बैंक, ब्रोकर या म्यूचुअल फंड की वेबसाइट से SIP शुरू में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
ऑनलाइन इस समय मार्किट में कुछ एप्लीकेशन जैसे Groww, Zerodha, या Kuvera मौजूदा है जहां से SIP में निवेश करना आसान है। आपको इसमें ऑटो-डेबिट सेट जरूर करना है ताकि हर महीने तय तारीख को आपके बैंक खाते से ऑटोमैटिकली SIP के पैसे कटने की सुविधा शुरू हो जाए। इससे आप निवेश को नियमित करने में सहायता मिलती है।
कौन-कौन SIP में निवेश कर सकता है?
SIP में देश का कोई भी नागरिक निवेश कर सकता है। इसमें अगर आप 500 रूपए महीना भी शुरुआत करना चाहते है तो भी आसानी के साथ में कर सकते है। आप एक Salaried Professional है या फिर फ्रीलांसर या Self-employed है तो भी आप आसानी के साथ में इसमें निवेश करके मोटा पैसा कमाई कर सकते है। इसके अलावा छात्र और गृहणियां या फिर रिटायर्ड व्यक्ति भी अपने बचत के पैसों का हिस्सा SIP में डालकर बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
SIP में निवेश के फायदे और नुकसान क्या हैं?
SIP में निवेश करने के फायदे भी है तो नुकसान भी है। ये सभी योजनाओं में लागु होता है और फर्क इतना होता है की किसी में लाभ अधिक मिल जाता है तो नुकसान कम होता है। SIP में लाभ की अगर बात करें तो इसमें आप छोटी धनराशि के साथ में अपने निवेश की शुरुआत कर सकते है। इसमें 500 या 1000 रुपये से भी निवेश किया जा सकता है। मार्केट के उतार-चढ़ाव में आपको औसत मूल्य पर यूनिट्स मिलती हैं जिससे जोखिम कम होता है।
आपको कम्पाउंडिंग का भी इसमें लाभ मिलता है जिसकी वजह से समय के साथ आपका निवेश बढ़ता है और रिटर्न भी बढ़ता है। इसमें अगर आप हर महीने तय तारीख पर भुगतान करते है तो आपका निवेश एक वित्तीय अनुसासन में गिनती होने लगता है। इसके अलावा लिक्विडिटी का भी फायदा आपको मिल जाता है।
अब SIP में निवेश के नुकसान की भी बात कर लेते है। देखिये इसमें सबसे बड़ा नुकसान तो ये होता है की आप जो भी पैसा निवेश कर रहे है उस पर रिटर्न कितना मिलेगा इसकी कोई भी गारंटी नहीं होती है। इसमें रिटर्न पूरी तरह से मार्किट के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। इसके अलावा आपको लम्बे समय के लिए इसमें निवेश करना होता है तभी आपको लाभ मिलेगा।
1 करोड़ 25 लाख की पूरी गणना
SIP में निवेश करने के बाद में आप अगर इससे 1 करोड़ 25 लाख का रिटर्न लेना चाहते है तो आपको इसमें हर महीने ₹25,000 का निवेश करना होता। ये निवेश आपको आने वाले 20 साल की अवधी के लिए करना होगा। पिछले सैलून के SIP के रिटर्न के रिकॉर्ड के अनुसार लगभग 12 फीसदी के आसपास में रिटर्न मिलने का अनुमान होता है। ये अनुमान Equity Mutual Funds के हिसाब से होता है।
20 साल की अवधी तक हर महीने ₹25,000 का निवेश करने के बाद में आपकी तरफ से SIP में कुल निवेश ₹60 लाख का हो जाता है। इसमें 12 फीसदी रिटर्न ओर कम्पाउंडिंग का लाभ लगाकार गणना की जाती है तो आपको 20 साल पुरे होने के बाद में SIP से अनुमानित फंड वैल्यू ₹1.25 करोड़ या उससे अधिक मिलता है। आपको शायद मालूम होगा की जहां पर कम्पाउंडिंग का लाभ मिलना शुरू हो जाता है वहां पर आपका पैसा बहुत तेजी के साथ में आगे बढ़ता है।
SIP में निवेश एक अनुशासित और स्मार्ट तरीका है जिससे आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को आसानी से पूरा कर सकते हैं। छोटे निवेश से शुरुआत करने वाले लोगों के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है। बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद लंबी अवधि तक निवेश में बने रहने से बेहतर रिटर्न की संभावना बढ़ती है। हालांकि फिर भी SIP में निवेश करना जोखिम के अधिक ही रहता है और इसमें कोई भी आपको रिटर्न की गारंटी नहीं दे सकता है। बाजार के उतार चढाव पर ही इसमें आपको रिटर्न का लाभ मिलता है। कई मामलों में 12 फीसदी से अधिक रिटर्न भी देखने को मिला है।