भारतीय स्टेट बैंक की तरफ से अपनी इस नई योजना में ग्राहकों को काफी अच्छा लाभ दिया जा रहा है। अपने आने वाले भविष्य को लेकर अगर आप चिंतित है तो आपको बैंक की इस योजना में अपने पैसे को जरूर लगाना चाहिए क्योंकि इसमें आपको ब्याज ही अधिक नहीं मिलता बल्कि इसमें आपको कम्पाउंडिंग का लाभ भी बैंक की तरफ से प्रदान किया जाता है।
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की तरफ से अपनी बहुत सारी बचत योजनाओं को लोगों के लिए चलाया जाता है। आपको बता दें की आप इस स्कीम में निवेश करके आसानी के साथ में अपने आने वाले भविष्य को बेहतर और सुरक्षित कर सकते है। इसके लिए आपको केवल कुछ सालों तक अपना निवेश करना होता है और फिर तगड़ी ब्याज दर के साथ में आपको मच्योरिटी का लाभ मिलता है। आईये जानते है की कौन सी स्कीम में निवेश करना है और आपको इसमें निवेश करने के बाद में कितनी ब्याज दर दी जा रही है।
एसबीआई बैंक पीपीएफ योजना
यहां हम जिस योजना की बात कर रहे है उस योजना का नाम है पब्लिक प्रोविडेंट फंड योजना जिसमे स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की तरफ से अपने ग्राहकों को उनके निवेश की राशि पर तगड़ा ब्याज दिया जा रहा है। आपको बता दें की इस योजना में आप 15 साल के लिए एक लॉक इन स्कीम में निवेश करते है जिस पर बैंक की तरफ से आपको काफी तगड़ा ब्याज दर प्रदान किया जाता है। 15 साल के अलावा आप और अधिक समय अवधी के लिए इसको आगे भी 5-5 साल के ब्लॉक में बढ़ा सकते है लेकिन इसके लिए आपको मच्योरिटी अवधी से पहले ही बैंक को लिखित में सूचित करना होता है।
स्टेट बैंक की पीपीएफ योजना में देश का कोई भी निवासी अपने पैसे निवेश कर सकता है और साथ में तगड़ी ब्याज दरों के साथ में रिटर्न का लाभ ले सकता है। आपको बता दें की निवेश के लिए आयु सीमा 18 वर्ष या इससे अधिक है इसलिए जो भी लोग 18 वर्ष से अधिक आयु के है वो सभी अपना निवेश इस योजना में कर सकते है।
एसबीआई बैंक पीपीएफ योजना में ब्याज
स्टेट बैंक की पीपीएफ योजना में ग्राहकों को काफी तगड़ा ब्याज दिया जाता है। आपको बता दें की बैंक की तरफ से मौजूदा समय में ग्राहकों को उनके निवेश पर 7.1 फीसदी सालाना की दर से ब्याज का लाभ दिया जाता है और साथ में उनको कम्पाउंडिंग का लाभ भी बैंक ही प्रदान करता है। ये ब्याज दरें 1 अप्रैल 2020 से ही प्रभावी हैं और इसकी गणना खाते में जमा न्यूनतम राशि पर महीने के 5वे दिन से लेकर आखिरी दिन के बीच में की जाती है। ग्राहकों को ब्याज का भुगतान 31 मार्च को हर साल किया जाता है।
एसबीआई बैंक पीपीएफ योजना में निवेश की सीमा
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की तरफ से चलाई जा रही पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम में केवल 500 रूपए जमा करके भी निवेश शुरू कर सकते है। इसके अलावा एक साल में ग्राहक अधिकतम 1,50,000 तक ही जमा कर सकते है। इससे अधिक राशि जमा नहीं करनी चाहिए क्योंकि अधिकतम से ऊपर की राशि पर किसी भी प्रकार का ब्याज नहीं दिया जाता है और ना ही इस राशि पर आपको आयकर में छूट का लाभ मिलता है। इस योजना में आयकर का लाभ आयकर की धरा 88 के अनुसार दी जाती है।
इसके अलावा आपको बता दें की इस योजना में आप एक साल में अधिकतम राशि का भुगतान एकमुश्त भी कर सकते है या फिर हर महीने के हिसाब से भी पैसे को जमा कर सकते है। सालाना जमा ना करके आप अगर थोड़ी थोड़ी राशि जमा करना चाहते है तो आप इसमें अधिकतम एक साल में 12 बार ही निवेश कर सकते है।
डाकघर की इस योजना में आप सिंगल या फिर एक से अधिक व्यक्तियों के साथ में मिलकर जॉइंट खाता भी खुलवा सकते है। साथ में आपके साथ जो भी जॉइंट खाता खुलवाता है उसका हिस्सा कितना रहेगा उसका निर्धारण भी आप कर सकते है। जिस भी बैंक की शाखा में आपने निवेश किया है आप उस शाखा से दूसरी शाखा में अपने खाते को ट्रांसफर करवा सकते है।
40 लाख का लाभ कैसे मिलता है
स्टेट बैंक की पीपीएफ स्कीम में अधिकतम आप अगर 1 लाख 50 हजार सालाना का निवेश करते है तो आपको बैंक की तरफ से 15 साल की अवधी में काफी बड़ा अमाउंट रिटर्न के तौर पर दिया जाता है। इसमें अधिकतम आपकी तरफ से ₹22,50,000 का निवेश होता है जिस पर आपको 15 साल के बाद में ₹18,18,209 ब्याज के रूप में बैंक देता है। कुल मिलकर आपको मच्योरिटी के समय में ₹40,68,209 का रिटर्न मिलता है।